एक शरुआत
हमारे जीवन में कई ऐसी घटनाएं घट जाती है जिसे हमारे जीवन में अचानक से परिवर्तन आ जाता है। हमारा समय मानो थमसा गया है। हर जगह अँधेरा ही अँधेरा,हम अकेले है, हम बहुत परेशान है, हमारे दिल को किसी ने छल्ली छल्ली कर दिया है।😢😢 हम सांस नहीं ले पा रहे है। हमारा दिल न जाने बार बार उसी को याद करता है जिसको हमारी फीलिंग्स की कद्र नहीं है। दुनिया का दस्तूर है, जिसको जितना चाहोगे वो उतना ही तुमसे दूर चला जायेगा।
हम क्यों ऐसी परिस्थि में आ जाते है? क्यों हमारी खुशिया कि चाबी किसी अनजाने के हाथो में थमा देते है? क्यों किसकी के पाने के लिए हम खुद को पूरी तरह से खो देते है? क्यों रात में आंसू बहाये बिना सोते नहीं हो? क्यों दिल हर वक्त दर्द में रहता है? 😐क्यों आज भी हमे सिर्फ उसीका इंतेजार रहता है।
प्यार में अक्सर लोग चोट खाते है। और बुरी तरह से अपने जीवन से दुःखी हो जाते है। लोग कभी कभी अपनी जान देने की कोशिश करते है। जब हमारा दिल टुटता है तो हम सहन नहीं कर पाते , हमे ऐसा लगता है की हम अकेले पड गए है। हमारा दिल बार बात रोता है,ये दर्द चैन से जीने नहीं देता। और हमे इस दर्द से छुटकारा पाने का कोई रास्ता नजर नहीं आता।
दोस्तों हमे इस भवर से निकलने के लिए कोई रास्ता बनाना पड़ता है। भगवान भी उसीकी मदद करता है जो खुद की मदद करता है। हमे सिर्फ एक शुरुआत करनी है। लेकिन ये इतना आसान नहीं होगा।
हम जब किसीको प्यार करने लगते है उसके साथ साथ हमारी आशाए भी बढ़ जाती है। जिसके कारण हम अपने साथी को अपने खुशियो की चाबी दे देते है। हमे हर वक्त उसे खो देने का दर लगा रहता है। अगर वो किसी और से दोस्ती रखता है या बात भी करता है तो हमे बेचेनी होती है। और इसीके साथ हमारे रिश्ते में दरार पड जाती है। कहते है ताली एक हाथ से नहीं बजती उसी तरह रिस्ते में दरार पड़ने के लिए हम किसी एक को कुसूरवार नहीं ठहरा सकते। में आपको एक किस्सा सुनाता हूं।
विपुल और बंसी में काफी अच्छी दोस्ती थी। न जाने कब दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनो एक दूसरे को बहुत चाहते थे और प्यार करते थे।
प्यार में विश्वास होना बहोत जरुरी है। हमारे रिस्ते में किसी तीसरे की आ जाने से गलतफेमि बढ़ जाती है और यही रिश्ते में दरार पड़ना शरु हो जाता है। और एक बहोत जरुरी बात ये की हमारे रिस्ते में कुछ भी छुपा नहीं होना चाहिए। विपुल बहुत ही खुशमिजाजी था और अपने आसपास के माहौल को हमेशा हँसी मजाक से भर देता था। वो जल्दी सबसे घुलमिल जाता था।
विपुल की एक लड़की के साथ बहुत गहरी दोस्ती थी। और वो उससे घंटो बाते करता था। बंसी को उस पर पूरा भरोसा था। इसलिए उसे कोई फर्क नहीं पड़ता था। लेकिन बंसी को उसकी इतनी गहरी दोस्ती के बारे कुछ पता नहीं था। विपुल ने अपनी इस दोस्ती के बारे में कुछ भी नहीं बताया था। एक दिन बंसी की एक सहेली ने उसके पास जाकर उससे कहा कि विपुल भरोसे के लायक नहीं है और वो रोज घंटो किसी और लड़की से बात करता है। ये सुनते ही पहले तो बंसी को विस्वास नहीं हुआ। लेकिन अंदर ही अंदर बेचेन हो गयी। एक दिन जब विपुल का फोन उसके हाथ में आ गया तब बंसी ने उसके व्हाट्स एप्प को खोल के देख लिया। उसके उसी लड़की के साथ चैट देख ली। और वो टूट गई। दूसरे दिन बंसी ने विपुल से गुस्से में सार रिश्ते तोड़ दिए। विपुल को कुछ पता नहीं चला की उससे क्या गलती हो गई।बंसी ने कहा कि तुम मेरे आलावा इस लड़की के साथ घंटो बात करते हो और मुझे बताया तक नहीं। और दोनों के रिश्ता टूट गया।।
आपको क्या लगता है इसमें गलत कोन है? क्या बंसी की गलती है जिसने बिना बात को जाने समजे रिश्ता तोड़ दिया।? या विपुल की गलती है जिसने अपनी इतनी गहरी दोस्ती के बारे में बंसी को बताना जरूरी नहीं समजा।?
आप कहेंगे इस कहानी में गलती बंसी की है जो बिना सोचे समजे रिश्ता तोड़ दिया। लेकिन जब हम किसीसे प्यार करते है तो हम उसे ही सबकुछ अपना मान लेते है और हम उससे ये आशा करने लगते है कि वो सिर्फ हमारे है और वो सबकुछ आपको बताये। इसलिए बंसी अपनी जगह ठीक थी। लेकिन विपुल को अपनी दोस्ती के बारे में बंसी को पहले ही बता देना चाहिए था क्योंकि प्यार में कुछ भी छुपा के नहीं रख सकते। अगर विपुल पहले ही सबकुछ बता देता तो किसी तीसरे के बताने पर भी बंसी को कोई फर्क नहीं पड़ता और सबकुछ ठीक चलता।
तो दोस्तों प्यार में कोई आपको खो देने का डर रखता है तो इसका मतलब ये नहीं की वो आपसे प्यार नही करते। अगर वो आप पर शक भी करता है तो ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप उसके शक को दूर करे ना की शक को और बढ़ावा दे। क्योंकी प्यार में किसीको जलाने का मजा ही कुछ और होता है।और इस वजह से कई बार रिश्ते टूट जाते है।
अपने प्यार पर भरोसा रखिये। रिश्ता बनाये रखने के लिए अगर जुकना पड़े तो जुक जाइये लेकिन अगर हर बार आपको ही जुकना पड़े तो रुक जाइये। अगर आपको अपने साथी के बारे में कुछ पूछना है तो बेजीजक पूछ लीजये ,ना की आप अपने ही दिमाग से कुछ भी सोच ले। रिश्ता मजबूत बनाने के लिए आपस में बातचीत करना बहुत जरूरी है, अगर आपके बिच में कोई गलतफेमि आ गई है तो कभी चुप मत बैठिये और अपने पार्टनर से बात करे और इसका हल निकाले।
"अमीर खुशरो प्रेम का उलटी जिसकी धार,
जो उतरा वो डूब गया जो डूबा सो पार"
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